छत्तीसगढ़ भाजपा में बड़ी कार्रवाई: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में दो वरिष्ठ नेताओं को कारण बताओ नोटिस, छह साल तक प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने की चेतावनी
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठन में अनुशासन बनाए रखने के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष समीरा पैकरा और उपाध्यक्ष उपेंद्र बहादुर सिंह के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
यह नोटिस भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव के निर्देश पर जारी किया गया। प्रदेश महामंत्री और मुख्यालय प्रभारी जगदीश रामू रोहरा ने औपचारिक रूप से दोनों नेताओं को नोटिस भेजा है। पार्टी नेतृत्व का कहना है कि समीरा पैकरा और उपेंद्र बहादुर सिंह ने हाल ही में संपन्न हुए जिला पंचायत चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बागी के तौर पर चुनाव लड़कर संगठन के अनुशासन का उल्लंघन किया है।
भाजपा ने इस पूरे घटनाक्रम को पार्टी अनुशासन के खिलाफ गंभीर आचरण माना है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि दोनों नेताओं को सात दिनों के भीतर अपने पक्ष में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करना होगा। यदि निर्धारित समयसीमा में उचित जवाब नहीं दिया गया, तो पार्टी उनकी प्राथमिक सदस्यता को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर सकती है।
सूत्रों का कहना है कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो समीरा पैकरा और उपेंद्र बहादुर सिंह की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता आगामी छह वर्षों तक समाप्त कर दी जाएगी। पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया है कि भाजपा आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों और 2028 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठन में अनुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, और ऐसे किसी भी असंतोष या बगावत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि भाजपा पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ में संगठन को मजबूत करने और अनुशासनहीनता पर सख्ती से कार्रवाई करने की रणनीति पर काम कर रही है। इस कार्रवाई को भी उसी नीति का हिस्सा माना जा रहा है। अब देखना होगा कि समीरा पैकरा और उपेंद्र बहादुर सिंह इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं और पार्टी नेतृत्व उनके उत्तर से कितना संतुष्ट होता है।
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