मस्तूरी, बिलासपुर । ग्राम पंचायत जेवरा (थाना व तहसील मस्तूरी, जिला बिलासपुर) को शराब मुक्त पंचायत घोषित करने की मांग तेज हो गई है। इस संबंध में जनपद पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक-01 (सोठी) श्रीमती लक्ष्मी बाई देव सिंह पोर्ते ने पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्राम जेवरा में स्कूल के आसपास व बाजार क्षेत्र में शराब सेवन और बिक्री से महिलाओं एवं बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शराब के कारण आए दिन महिलाओं से अभद्र व्यवहार, घरेलू कलह तथा युवाओं में बढ़ती अपराध प्रवृत्ति की शिकायतें सामने आ रही हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि शराब के कारण न केवल सामाजिक वातावरण बिगड़ रहा है बल्कि परिवारों में कलह और आर्थिक संकट भी गहराता जा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन की नीतियों के अनुरूप ग्राम जेवरा को तत्काल शराब मुक्त पंचायत घोषित किए जाने की मांग की गई है।
ज्ञापन के माध्यम से पुलिस प्रशासन से विशेष सहयोग की अपील की गई है ताकि पंचायत क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सके और ग्राम जेवरा को पूर्ण रूप से नशामुक्त बनाया जा सके।
ग्रामीणों का मानना है कि यदि शासन और पुलिस प्रशासन का सहयोग मिला तो यह पहल आने वाले समय में पूरे क्षेत्र के लिए एक उदाहरण बन सकती है।






