
बिलासपुर के उभरते हुए तबला वादक मास्टर चामर्थी वेंकट साई राजशेखर ने अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक मंच पर भारत का गौरव बढ़ाते हुए रिदम एंड एक्सप्रेशन वर्ल्ड फेस्ट – 2025 में तबला वादन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय नृत्य, नाटक एवं संगीत महोत्सव अखिल लोक कला सांस्कृतिक संस्था, पुणे द्वारा आयोजित किया गया था, जो 17 से 21 सितम्बर 2025 तक मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में सम्पन्न हुआ।

इस भव्य महोत्सव में विश्वभर से लगभग 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें विभिन्न नृत्य शैलियाँ, मोनोएक्टिंग, नाटक, तथा वाद्य यंत्रों जैसे माउथ ऑर्गन, सिंथेसाइज़र तबला और अन्य कलाओं की प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
तबला प्रतियोगिता में कुल 20 प्रतिभागी थे, जिनमें से 8 प्रतिभागी म्यांमार, मनीला, श्रीलंका और मलेशिया जैसे देशों से तथा 14 प्रतिभागी भारत के विभिन्न राज्यों के थे। इस कठिन प्रतिस्पर्धा में मास्टर साई राजशेखर ने अपने सधे हुए ताल एवं अद्भुत लयबद्धता से निर्णायकों को अत्यंत प्रभावित किया और प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। उन्हें इस उपलब्धि के लिए स्वर्ण पदक (Gold Medal)और प्रशस्ति पत्र (Certificate)प्रदान किया गया।
मास्टर साई राजशेखर, श्री चामर्थी वेंकट सान्यासी राव, मुख्य कार्यालय अधीक्षक, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी कार्यालय, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के सुपुत्र हैं। बिलासपुर और समस्त छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ हुई है।
इस उपलब्धि आंध्रा समाज से एन रमना मूर्ति, पी श्रीनिवास राव, टी रमेश बाबू, ए सत्यनारायण, डी नारायण प्रसाद, आर मनोरथ बाबू, शिवाजी, के अप्पा राव, एस वी रमना, जी रमेश चंद्रा, आर प्रसाद राव,आदि ने सराहना करते हुए बधाई दी है।





