*प्रतीकात्मक छवि
वास्तविक न्यूज़ / कोरबा
मनरेगा में पारदर्शिता बढ़ाने को 5 पंचायतों में हुआ सामाजिक अंकेक्षण
कोरबा । महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में पारदर्शिता और जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कोरबा जिले की सामाजिक अंकेक्षण इकाई ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जनपद पंचायत कोरबा, करतला और कटघोरा की 5 ग्राम पंचायतों—सकदुकला, कटकोना, पसरखेत, जोगीपाली और दर्री—में 23 से 29 अप्रैल तक सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया संचालित की गई।

अंकेक्षक दल ने किए दस्तावेजों का परीक्षण और स्थल निरीक्षण
सप्ताहभर चली इस प्रक्रिया के दौरान अंकेक्षक दल ने कार्यों से संबंधित दस्तावेजों की जांच, निर्माण कार्यों का भौतिक निरीक्षण और घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया।
ग्राम सभा में प्रस्तुत किया गया प्रतिवेदन
सभी तथ्यों के आधार पर तैयार विस्तृत प्रतिवेदन को ग्राम सभा में पढ़कर सुनाया गया, जिसमें ग्रामीणों को अपने विचार और आपत्तियाँ रखने का पूरा अवसर दिया गया। चर्चा और सुझावों के बाद प्रतिवेदन को सामूहिक सहमति से अंतिम रूप दिया गया।
जनसुनवाई में रखा जाएगा अंतिम प्रतिवेदन
यह प्रतिवेदन अब जनसुनवाई में प्रस्तुत किया जाएगा, जहाँ कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी आवश्यक निर्णय लेंगे।

जवाबदेही और जागरूकता बढ़ाने में सहायक साबित हो रहा अंकेक्षण
जिला पंचायत के सीईओ श्री दिनेश कुमार नाग ने बताया कि सामाजिक अंकेक्षण से शासन की जवाबदेही और ग्रामीणों में अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के सभी कार्यों का नियमित रूप से अंकेक्षण कराया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है।






