वास्तविक न्यूज़ / कोरबा
कोरबा । पाली क्षेत्र के उपपंजीयक कार्यालय में कार्यरत सहायक उपपंजीयक श्रीमती वीना कंवर पर रिश्वत लेने और दुर्व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगे हैं। अधिवक्ता श्री रामनारायण पटेल द्वारा जिला पंजीयक अधिकारी, कोरबा को संबोधित शिकायत पत्र में यह आरोप लगाया गया है कि श्रीमती वीना कंवर पंजीयन कार्य के एवज में रिश्वत की मांग करती हैं और बिना पैसे दिए नागरिकों के वैधानिक कार्यों में अनावश्यक बाधा डालती हैं।
शिकायत में अधिवक्ता ने स्पष्ट किया कि वीना कंवर द्वारा प्रति रजिस्ट्री ₹3000 और वसीयत या अन्य दस्तावेजों के लिए ₹2000 रिश्वत के रूप में मांगे जाते हैं। साथ ही, बिना रिश्वत दिए कार्य नहीं किया जाता और नागरिकों को चक्कर कटवाया जाता है।
श्री पटेल ने एक विशिष्ट घटना का हवाला देते हुए बताया कि 6 अप्रैल 2025 को वे अपनी मुवक्किला प्रेमलता ठाकुर की वसीयत दर्ज कराने के लिए पाली उपपंजीयक कार्यालय पहुँचे थे, लेकिन वीना कंवर ने ₹2000 रिश्वत लिए बिना कार्य करने से इनकार कर दिया। 9 जून 2025 को रिश्वत देने के बाद ही वसीयत दर्ज की गई, जिसका वसीयत क्रमांक 202500178545 है।
शिकायत में यह भी आरोप है कि यदि कोई व्यक्ति रिश्वत देने में असमर्थ होता है, तो उसे अपमानित कर कार्यालय से बाहर निकाल दिया जाता है और कहा जाता है कि “यह कोई धर्मशाला नहीं है।”
इस शिकायत में उपपंजीयक के दुव्यवहार से अधिवक्ताओं, पत्रकारों और आम नागरिकों के लगातार अपमान की बात भी उठाई गई है। शिकायतकर्ता ने उचित जांच की मांग करते हुए संबंधित अधिकारी का मूल पद पर वापसी और अन्यत्र स्थानांतरण की अपील की है।
शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, गृह मंत्री, कलेक्टर कोरबा, तथा वरिष्ठ पंजीयन अधिकारियों को भी प्रेषित की गई है।





