रायपुर । राज्य में बिजली आपूर्ति को बनाने रखने के लिए प्रदेश सरकार को सेंट्रल पूल से भी बिजली लेनी पड़ रही है। सोमवार को जब राजधानी रायपुर में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था तब प्रदेश में बिजली की अधिकतम खपत 5500 मेगावाट के आसपास बनी हुई थी। जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आई, वैसे-वैसे खपत में भी कमी देखी गई। देर शाम तक छत्तीसगढ़ को अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 5500 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ रही थी।
0 एक दिन पहले 5215 मेगावाट की खपत इधर ग्रीड कंट्रोलर ऑफ इंडिया के ताजा आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बिजली की खपत अप्रैल की तुलना में मई में थोड़ी कम हुई है। ग्रीड कंट्रोलर की ओर से जो रिपोर्ट जारी की गई है उसके अनुसार 18 मई को छत्तीसगढ़ में बिजली की अधिकतम खपत 5215 मेगावाट थी। मई के दूसरे पखवाड़े में तापमान में बढ़ोत्तरी होती है तो इससे खपत में भी बढ़ोत्तरी की संभावना है।
22 अप्रैल को सबसे अधिक 7006 मेगावाट हुई थी खपत छत्तीसगढ़ में बिजली की खपत साल-दर-साल बढ़ रही है। इस साल बिजली की खपत का पुराना रिकार्ड पिछले माह 22 अप्रैल को टूट गया था। इस दिन छत्तीसगढ़ को अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए 7600 मेगावाट बिजली की जरूरत पड़ी थी। एक वर्ष की अवधि में बिजली की मांग में लगभग 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। पूर्व में सीईए (सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी ऑथोरिटी) ने जो पूर्वानुमान लगाया है उसमें भी कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में बिजली की जरूरतें सालाना 7-8 फीसदी की दर से बढ़ रही है।
कब कितनी बिजली खपत खपत(मेगावाट)
18 मई 5215
17 मई 5344
16 मई 5554
15 मई 5659





