केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना किसानों के लिए एक मजबूत आर्थिक सहारा बन गई है। अब तक 5.7 लाख करोड़ रुपये की सीमा के साथ 465 लाख आवेदन मंजूर हुए हैं।
जून 07, नई दिल्ली:
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) अब देश के लाखों किसानों के लिए आर्थिक जीवनरेखा बन चुका है। उनके कार्यालय ने
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स
पर एक संदेश में बताया कि KCC योजना से किसानों को बीज, उर्वरक, कीटनाशक जैसी जरूरी वस्तुएं खरीदने और फसल उत्पादन से जुड़ी नकदी ज़रूरतों को पूरा करने में बड़ी सुविधा मिली है।
अब तक इस योजना के तहत 465 लाख से अधिक आवेदन स्वीकृत किए गए हैं और 5.7 लाख करोड़ रुपये की क्रेडिट सीमा प्रदान की गई है।
सरकार ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के ज़रिए मिलने वाले शॉर्ट टर्म क्रॉप लोन अब आसान हो गए हैं। यदि किसान समय पर भुगतान करता है, तो उसे 3 लाख रुपये तक के लोन पर सिर्फ 4% ब्याज देना होता है। साथ ही समय पर ऋण चुकाने पर 3 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रॉम्प्ट रिपेमेंट इंसेंटिव (PRI) भी दिया जाता है, जिससे किसानों को प्रति एक लाख रुपये पर हर साल लगभग 9,000 रुपये का ब्याज बच सकता है।
सरकार ने अब इस सब्सिडी वाले लोन की सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है, जिससे सिर्फ किसान ही नहीं, बल्कि मछुआरे और डेयरी किसान भी लाभान्वित हो रहे हैं। अब तक 7.7 करोड़ से अधिक किसानों को इस योजना से फायदा मिला है।
वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि 2013 में कृषि बजट सिर्फ 21,500 करोड़ रुपये था, जिसे 2024 में बढ़ाकर 1.22 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।







