नई दिल्ली, 19 मई 2025: भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को वैश्विक मंच पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सर्वदलीय विदेशी प्रतिनिधिमंडल से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपने सांसदों—यूसुफ पठान और सुदीप बंद्योपाध्याय—को अलग कर लिया है। टीएमसी का यह कदम उस समय आया है जब केंद्र सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के समर्थन में संगठित कर रही है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि टीएमसी का यह निर्णय दर्शाता है कि कुछ विपक्षी दल राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी राजनीति से ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 51 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका सहित —इंडोनेशिया, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान आदि देशों का दौरा करने वाला है, जहां वे भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का समर्थन प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
भाजपा प्रवक्ताओं ने टीएमसी के फैसले पर अप्रत्यक्ष कटाक्ष करते हुए कहा कि जो दल राष्ट्रीय सुरक्षा पर एकजुट नहीं हो सकते, वे देशहित को प्राथमिकता कैसे देंगे? केंद्र सरकार का यह कदम अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की दृढ़ स्थिति को मजबूत करेगा और वैश्विक समुदाय में देश की विश्वसनीयता बढ़ाएगा।
इससे पहले भी कांग्रेस ने अपने सुझाए चार में से एक को भेजने पर नाराजगी जताई थी, ज्ञात हो कि शशि थरूर जैसे कांग्रेसी नेता जो विदेश नीति के अच्छे जानकर माने जाते है और पूर्व में विदेश राज्य मंत्री भी रह चुके है, वे भी कांग्रेस द्वारा सुझाए गए चार नामों में नहीं थे ।







